उत्तराखंड

एकलव्य विद्यालय के गेट पर अभिभावकों का धरना प्रदर्शन व एसडीएम के मार्फत मुख्यमंत्री को दिया ज्ञापन

देहरादून जनपद के कालसी में 12 अप्रैल 2023 को भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा

PKD NEWS CHANNEL:- इलम सिंह चौहान 

देहरादून जनपद के कालसी में 12 अप्रैल 2023 को भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा संचालित एकलव्य आवासीय आदर्श विद्यालय के बाहर अभिभावक संगठन समिति एवं क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने एकलव्य विधालयों के लिए प्राचार्य की नियुक्तियों में भ्रष्टाचार एवं अनियमितताओं को लेकर धरना प्रदर्शन कर उप जिलाधिकारी कालसी युक्ता मिश्रा के मार्फत मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन प्रेषित किया। जिसमें पूर्व में एकलव्य आवासीय आदर्श विद्यालयों के लिए प्राचार्यो की नियुक्ति हेतु साक्षात्कार करवाए गए थे जिसमें कालसी स्थित एकलव्य विद्यालय की उप प्राचार्य डॉ सुधा पैन्यूली ने भी प्रतिभाग किया था। परंतु निदेशक समाज कल्याण संजय टोलिया व उनके द्वारा प्रयोजित सदस्यों ने पूर्व नियोजित षड्यंत्र के तहत साक्षात्कार में डॉ सुधा पैन्यूली को अंतिम स्थान पर रखा गया है। जबकि वह लगभग 18 वर्षों से आवासीय विद्यालयों में सेवा अनुभव के आधार पर भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा देशभर में एकलव्य आवासीय विद्यालयों के उन्नयन हेतु विभिन्न विद्यालयों में भ्रमण के लिए उन्हेंआमंत्रित किया जाता रहा है। उनके उत्कृष्ट कार्यों को देखते हुए उन्हें भारत सरकार द्वारा राष्ट्रपति पुरस्कार से भी नवाजा गया है। अभिभावकों का कहना है कि एकलव्य विद्यालय की स्थापना से लेकर आज दिनांक तक उनके अनुभवों को अनदेखा कर प्राचार्यो के साक्षात्कार में उन्हें अंतिम स्थान पर रखना एक बड़े षड्यंत्र की ओर इंगित करता है।

बता दें कि पूर्व में भी संजय टोलिया के निदेशक जनजाति कल्याण पद पर पद ग्रहण करने के बाद भिन्न-भिन्न तरीकों से विद्यालय में व्यवधान डालने के आरोप अभिभावक संगठन समिति द्वारा लगाए गए थे । तब भी बच्चों की पढ़ाई लिखाई में गतिरोध उत्पन्न हो गया था। परंतु उस समय मामला सुलझ गया था। लेकिन एक बार फिर से मामला गरमा गया है निदेशक समाज कल्याण संजय डोलिया पर एकलव्य विद्यालयों में मनमानी कर प्राचार्यो को नियुक्ति देकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है। यहां पर अभिभावकों का यह भी कहना है कि निदेशक समाज कल्याण पहले से ही इस फिराक में थे कि उक्त विद्यालय के प्राचार्य के कार्यकाल समाप्त होते ही उप प्राचार्या डॉ सुधा पैन्यूली का ना तो विभाग में संविलियन हो सके और ना ही वह प्राचार्य के पद पर आ सके। जिसका एकलव्य अभिभावक संगठन समिति वह क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों द्वारा घोर विरोध किया गया साथ ही विद्यालय संगठन समिति से षड्यंत्र कर की गई प्राचार्य की नियुक्ति का संज्ञान लेकर उचित निर्णय लेने का आग्रह किया गया है। बताते चलें कि एकलव्य आवासीय विद्यालयों के संचालन हेतु जनजाति कार्य मंत्रालय द्वारा देशभर में राज्य स्तर पर स्वायत्तशासी समितियों का गठन किया हुआ है जो विद्यालयों के सफल संचालन हेतु तदानुसार निर्णय लेने के लिए सक्षम है जबकि इन विद्यालयों के संचालन में राज्य सरकार या उसके अधीनस्थ अधिकारियों की प्रत्यक्ष रूप से कोई भूमिका नहीं है। धरना प्रदर्शन कर रहे सभी अभिभावकों ने प्राचार्यो के साक्षात्कार प्रक्रिया को निरस्त कर उप प्राचार्या डॉ सुधा पैन्यूली को प्राचार्या के पद पर नियुक्त करने की मांग की और अभिभावकों ने यह भी निर्णय लिया कि जब तक डॉ सुधा पैन्यूली को प्राचार्या के पद पर नियुक्त नहीं किया जाता है तब तक समस्त अभिभावक अपने बच्चों को यहां से लेकर जाएंगे और शासन प्रशासन को 10 से 15 दिन का अल्टीमेटम दिया गया है। यदि फिर भी इस पर कोई उचित निर्णय नहीं लिया जाता है तो समस्त अभिभावक अपने बच्चों के स्थानांतरण प्रमाण पत्र देने को मजबूर होंगे। धरना प्रदर्शन एवं ज्ञापन देने वालों में सुंदर सिंह, शांति सिंह, चमन सिंह, गोविंद सिंह गुड्डी वीरेंद्र सिंह, रीना, सविता,द प्रमिला, कविता, कला, सरिता, प्रमेशा सियाराम चौहान ,देवेंद्र ,रमेश रावत, संतो देवी, मातबर, सल्लो देवी, नरेंद्र सिंह चौहान अमित, हेमा, मोहन सिंह, राम सिंह, बारू सिंह, फतेह सिंह, बालमा देवी, नरेश रावत, सुंदर सिंह, बचन जोशी, आनंद सिंह आदि काफी संख्या में अभिभावक संगठन समिति क्षेत्र के जनप्रतिनिधि शामिल रहे।

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